पलवल। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय और हार्वर्ड बिजनेस पब्लिशिंग एजुकेशन के बीच एक महत्वपूर्ण लाइसेंस एग्रीमेंट हुआ है। इसके तहत तीन साल का अनुभव रखने वाले प्रोफेशनल्स को एमबीए एग्जीक्यूटिव की डिग्री करवाई जाएगी। एग्रीमेंट के तहत श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में हार्वर्ड के कोर्स पढ़ाए जाएंगे और उनकी टीचिंग एड का भी इस्तेमाल होगा।
श्री विश्वकर्मा कौशल विद्यालय के कुलपति डा. राज नेहरू की उपस्थिति में कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा और हॉवर्ड बिजनेस पब्लिशिंग एजुकेशन के प्रोग्राम मैनेजर (हायर एजुकेशन) मानिक कथूरिया ने एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए। कुलपति डा. राज नेहरू ने इस मौके पर कहा कि यह एग्रीमेंट वैश्विक स्तर के एमबीए एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है। कॉरपोरेट और इंडस्ट्री में काम कर रहे 3 साल के अनुभवी प्रोफेशनल्स श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय से एमबीए एग्जीक्यूटिव की पढ़ाई कर पाएंगे। कुलपति डा. राज नेहरू ने बताया कि इस प्रोग्राम में हार्वर्ड के कोर्स होंगे और उनकी टीचिंग एड का भी हम इस्तेमाल कर पाएंगे। एमबीए एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम की गुणवत्ता के संदर्भ में यह अत्यंत महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने बताया कि एमबीए एग्जीक्यूटिव करने वालों को श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय डिग्री देगा और हार्वर्ड बिजनेस पब्लिशिंग एजुकेशन की तरफ से उन्हें सर्टिफिकेट दिया जाएगा। एमबीए करने के इच्छुक इंडस्ट्री प्रोफेशनल्स के लिए यह एक सुनहरा अवसर होगा। वह हार्वर्ड के उच्च मानकों पर श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय से एमबीए एग्जीक्यूटिव की डिग्री हासिल कर पाएंगे। कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने बताया कि इस प्रोग्राम में इंटरनेशनल फैकेल्टी और इंडस्ट्री के अनुभवी प्रोफेशनल्स भी पढ़ाएंगे।
हार्वर्ड बिजनेस पब्लिशिंग एजुकेशन के प्रोग्राम मैनेजर (हायर एजुकेशन) मानिक कथूरिया ने कहा कि उन्हें श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के साथ यह एग्रीमेंट करके बहुत प्रसन्नता हो रही है। भारत के पहले राजकीय कौशल विश्वविद्यालय के साथ मिल कर वर्किंग प्रोफेशनल्स को वैश्विक स्तर की गुणवत्ता की एमबीए एग्जीक्यूटिव डिग्री करने का अवसर मिलेगा।
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