IMS NOIDA:�आईएमएस डिजाइन एण्ड इनोवेशन एकेडमी (आईएमएस-डीआईए) में दीक्षांत समारोह का आयोजन हुआ। शनिवार को सेक्टर 62 स्थित संस्थान परिसर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान बतौर मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता वल्ड डिजाइन ऑर्गेनाइजेशन के प्रेसिडेंट प्रद्युमन व्यास ने अपने विचार प्रकट किए। वहीं कार्यक्रम के दौरान आईएमएस-डीआईए के प्रेसिडेंट राजीव कुमार गुप्ता, सीएमडी शिल्पी गुप्ता, संस्थान की निदेशिका डॉ. अनुराधा मोदक देबनाथ के साथ संस्थान के स्टाफ, फैकल्टी एवं छात्र भी मौजूद रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए राजीव कुमार गुप्ता ने छात्रों को उनके सुन्दर, सुखद, सफल एवं समृद्ध जीवन की बधाई दी। उन्होंने कहा कि छात्रों के जीवन में संस्थान फाउंडिंग स्टोन की तरह है। आप सभी नियमित अध्ययन के दौरान अर्जित थ्योरी एवं प्रायोगिक ज्ञान, समय प्रबंधन एवं निरंतर प्रयास से सफलता की बुलंदी छू सकते हैं। कार्यक्रम के दौरान प्रद्युमन व्यास ने कहा कि डिजाइन प्रतिभा को बढ़ावा देने के लिए आईएमएस-डीआईए की प्रतिबद्धता सराहनीय है। छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सीखने के लिए एक अच्छे माहौल का होना जरूरी है, आप कहीं भी, कभी भी, कुछ भी सीख सकते हैं। सफलता के लिए हमें हर तरह ही चुनौतियों एवं जिम्मेदारियों के लिए तैयार रहना चाहिए। अगर हमें जीवन में चुनौतियां नहीं मिलेगा तो हम सक्रिय नही रह पायेंगे।
यह भी पढ़ें-�DU में अनाथ विद्यार्थियों को मिलेगा एडमिशन, दी जाएगी ये सुविधाएं
वहीं कार्यक्रम के दौरान संस्थान की निदेशिका डॉ. अनुराधा मोदक देबनाथ ने छात्रों को आज के दीक्षांत समारोह अलंकार को दर्शाते हुए हेरिटेज वैल्यू, क्राफ्ट एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का डिजाइन एवं उसके कार्यान्वयन पर प्रभाव की चर्चा की। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने छात्रों से राष्ट्र एवं समाज के हितों को ध्यान में रखते हुए ईमानदारी से अपने दायित्वों को निर्वहन करने की शपथ दिलायी। संस्थान द्वारा आयोजित दीक्षांत समारोह के दौरान एआईएमए के निदेशक गणेश सिंह, गिन्नी फिलामेंट के ज्वाइंट प्रेसिडेंट एवं यूनिट हेड राजीव पांडे, अहूजासंस के रिटेल हेड आंचल मेहरा, ओ-टेसेरे स्टूडियो की को फाउंडर तूलिका शर्मा, इंडियन कारीगर की संस्थापक विश्वादीप्ति अब्रोल, स्पैरो इंटीरियर डिजाइन की फाउंडर नेत्रा राजेश, वराहे एनालिस्टिक्स की राजनीतिक सलाहकार मुब्याना कोइराला के साथ इंडस्ट्री एक्सपर्ट ने अपनी मौजूदगी दर्ज करायी। वहीं दीक्षांत समारोह के अंत में 105 छात्रों को डिप्लोमा प्रदान किया गया।
Post a Comment
0 Comments