How to Become an Advocate: भारत में वकील को बेहतर पेशे में से एक माना जाता है। लाखों लोगों का सपना एक अच्छे वकील बनने का होता है। अगर आप भी वकील बनना चाहते हैं, तो इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए आप 12वीं कक्षा के बाद से ही प्रयास कर सकते हैं। आपने अगर ग्रेजुएशन कर लिया है तब भी आप वकालत की पढ़ाई कर सकते हैं। आइए बात करते हैं कहां से करें वकील बनने की शुरूआत।
वकील बनने में कितने साल लगेंगे�
वकील बनने में 5 साल या 3 साल का समय लग सकता है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि कोई व्यक्ति पांच साल की एलएलबी कर रहा है या तीन साल का। जहां पांच वर्षीय एलएलबी एक अंडरग्रेजुएट इंटीग्रेटेड कोर्स है जो 12वीं कक्षा के बाद छात्रों के लिए खुला है, वहीं तीन साल का एलएलबी ग्रेजुएट छात्रों के लिए खुला है।
12वीं के बाद वकालत
वकालत की पढ़ाई करने के लिए आपका 12वीं कक्षा पास करना अनिवार्य है। इसके बाद आप पांच साल के वकालत कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। 12वीं के बाद आपको बीए एलएलबी, बीबीए एलएलबी, बीएससी एलएलबी, बीटेक एलएलबी और बीकॉम एलएलबी, में एडमिशन मिल जाता है। इन कोर्सेज में एडमिशन के लिए आपको पहले एंट्रेंस एग्जाम में भाग लेना होगा। इन कोर्सेज में प्रवेश के लिए आपको CLAT, LSAT India, AILET या SET में भाग लेना होता है।
तीन साल का एलएलबी कोर्स
अगर आप ग्रेजुएशन पास कर चुके हैं, तो भी आप वकालत की पढ़ाई कर सकते हैं। ग्रेजुएशन के बाद आप तीन साल के एलएलबी कोर्स (LLB) में एडमिशन ले सकते हैं। एलएलबी कोर्स में प्रवेश के लिए आप LSAT India, DU LLB, MHT CET या BHU LLB जैसी एंट्रेस एग्जाम में भाग ले सकते हैं।
इन कोर्स के अलावा बहुत सी प्राइवेट और सरकारी यूनिवर्सिटीज में डायरेक्ट मोड या यूनिवर्सिटी स्तर पर एंट्रेंस एग्जाम के माध्यम से भी इन कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं। आप बिना एंट्रेस एग्जाम में भाग लिए भी डायरेक्ट मोड या यूनिवर्सिटी स्तर पर होने वाली प्रक्रिया के माध्यम से एडमिशन पा सकते हैं।
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