Board Exams twice a year : बोर्ड परीक्षाएं अब से साल में दो बार आयोजित कराई जाएंगी। इसके लिए शिक्षा मंत्रालय ने बुधवार को नए पाठ्यक्रम के नए दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। कहा जा रहा है कि ये परीक्षाएं अलग से आयोजित की जाएंगी। इससे छात्र-छात्राएं अच्छे अंक लाने में सक्षम होंगे। यह जानकारी केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Union Education Minister Dharmendra Pradhan) ने दी है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि कस्तूरीरंगन के मार्गदर्शन में एक संचालन समिति ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लिए पाठ्यक्रम तैयार किया है। बाद में उन्होंने इसे केंद्र को सौंप दिया। केंद्र के बाद यह एनसीईआरटी को सौंप दिया गया। एनसीईआरटी ने दो समितियां बनाई हैं। राष्ट्रीय निरीक्षण समिति और राष्ट्रीय पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तक समिति। उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि ये दोनों समितियां 21वीं सदी की आवश्यकताओं के अनुसार और मूल भारतीय सोच पर आधारित पाठ्यक्रम तैयार करेंगी।
11वीं और 12वीं के छात्र-छात्राओं को पढ़नी होगी दो भाषाएं
नए पाठ्यक्रम के अनुसार कक्षा 11वीं और 12वीं के छात्रों को दो भाषाएं पढ़नी होंगी। इनमें से कम से कम एक भाषा भारतीय होनी चाहिए। इसके साथ छात्रों ही ये भाषाएं विषयों की पसंद स्ट्रीम तक सीमित नहीं होगी। इस संबंध में जल्द संबंधित बोर्ड की ओर से निर्देश जारी किए जाएगी। NCF के इस ड्राफ्ट के बाद बोर्ड तैयारी में जुट जाएंगे।
देखें केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने क्या कहा
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