Career In Law: आज के समय में कई लोग अपना करियर लॉ यानी वकालत में बनाना चाहते हैं। लॉ (Law) की डिग्री लेने के बाद ऐसे कई सेक्टर हैं, जिन्हें ज्वाइन किया जा सकता है। सिर्फ इतना ही नहीं, इनकी काफी डिमांड भी होती है। ये सेक्टर आपको मान-सम्मान के साथ-साथ अच्छी सैलरी भी दिलाते हैं। आइए, जानते हैं कौन-कौन से हैं वे सेक्टर...
प्राइवेट सेक्टर
लीगल एनालिस्ट की जरूरत प्राइवेट सेक्टर में आपको इंडस्ट्रियल एरिया, सोशल ऑर्गेनाइजेशन जैसी हर कंपनी में देखने को मिलेगी। ऐसे में आप इन फील्ड में काम करके भी कमा सकते हैं। बता दें कि एक लीगल एनालिस्ट का शुरुआती सालाना पैकेज 6 से 10 लाख रुपये के बीच होता है। इस फील्ड में सैलरी भी जल्दी-जल्दी बढ़ती है। अगर आपके पास विदेश से लॉ की डिग्री है, तो उसका फायदा आपको ज्यादा मिल सकता है। बस उन्हें लीगल मामलों की जानकारी अच्छी होनी चाहिए।
सरकारी सेक्टर
लॉ की डिग्री लेने के बाद न्याय सेवा और सिविल सेवा का एग्जाम दिया जा सकता है। ये एग्जाम स्टेट और सेंट्रल गवर्नमेंट आयोजित करवाती है, जिनमें उम्मीदवार को सैलरी के साथ-साथ कई अन्य सुविधाएं भी मिलती हैं। लॉ की डिग्री लेने के बाद जज के सहायक के तौर पर भी कार्य किया जा सकता है। ये जज के विधि संबंधी या फिर केस संबंधित अनुसंधान में सहायक का कार्य करते हैं।
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लॉ के नए सेक्टर
पेटेंट और कॉपीराइट लॉयर
यह आज के समय में वकालत का एक नया क्षेत्र है। इसके तहत किसी कंपनी को उसके द्वारा निर्मित नए प्रोडक्ट पर एकाधिकार दिया जाता है। अगर कोई थर्ड पार्टी रिसर्च करने के बाद नए प्रोडक्ट की मैन्युफैक्चरिंग करना चाहता है तो उसे लाइसेंस लेना पड़ता है और उस पर रॉयल्टी देनी पड़ती है।
साइबर लॉयर
आजकल डिजिटल युग में ऑनलाइन साइबर क्राइम काफी बढ़ गया है। इसमें फर्जी, धमकी भरे ई-मेल भेजना, धोखाधड़ी, मोबाइल क्लोनिंग आदि जैसे केस शामिल होते हैं। लॉ प्रोफेशनल के पास कंप्यूटर और डिजिटल फॉरेंसिक एक्सपर्ट बनने का भी सुनहरा अवसर है। ये क्राइम के टेक्निकल फील्ड से जुड़ा हुआ क्षेत्र है। इसमें एक लॉयर को तकनीकी जानकारी में एक्सपर्ट होना चाहिए।
कॉरपोरेट लॉयर
कॉरपोरेट लॉ के एक्सपर्ट कंपनियों को कानूनी अधिकारों को उनके कर्तव्यों के बारे में जरूरी सलाह देते हैं। सभी छोटी-बड़ी कंपनियां को कारोबार की जरूरत के मद्देनजर विदेशी लेन-देन से संबंधित इनकी आवश्यकता होती है, जिससे उन्हें इन मामलों को सुलझाने में सहायता मिलती है।
कैसे मिलेगा इन क्षेत्रों में प्रवेश
इन सेक्टर में प्रवेश लेने के लिए LLB की डिग्री के बाद स्टेट बार काउंसिल में एनरोल कराना होता है। बता दें कि वकालत एक ऐसा क्षेत्र है, जहां पर सरकारी और निजी दोनों ही जगह अच्छी संभावनाएं मिलती हैं। अगर आप भी इस करियर को अपनाना चाहते हैं तो पढ़ने के साथ प्रेजेंटेशन स्किल्स और कम्युनिकेशन स्किल भी अच्छा होना बेहद जरूरी है।
LLB प्रवेश परीक्षा और कोर्स
अगर कोई भारत में लॉ कोर्स में दाखिला लेना चाहते हैं तो उन्हें क्लैट (सीएलएटी), एआईएलईटी, एलएसएटी जैसी प्रवेश परीक्षा देनी पड़ती है। इनको पास करने के बाद इस सेक्टर में आ सकते हैं। एलएलबी कोर्स के दो विकल्प हैं, पहला 3 साल का एलएलबी कोर्स ग्रेजुएशन के बाद कर सकते हैं। दूसरा अंडर ग्रेजुएट स्टूडेंट्स के लिए 5 साल का इंटीग्रेटेड कोर्स उपलब्ध होता है।
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