Best Career Option: भाषा के कोर्स में एडमिशन लेना आज के समय में कमाई का एक अच्छा विकल्प माना जाता है। अगर आप 12वीं पास हैं और इस बात को लेकर परेशान में हैं कि कौन सा कोर्स करें तो आप विदेशी भाषा का कोर्स कर सकते हैं। यानी आप कुछ विदेशी भाषाएं जैसे जर्मन, स्पेनिश, लैटिन आदि में विशेषज्ञता हासिल कर सकते हैं। क्योंकि अगर आपके पास विदेशी भाषा का ज्ञान है, तो इससे आपको नौकरी के कई अवसर मिलेंगे। निजी क्षेत्र में आपके करियर को बुलंदियों पर पहुंचाने में एक विदेशी भाषा अहम भूमिका निभाती है।��
फॉरेन लैंग्वेज कोर्स क्या है�
वैश्वीकरण के युग में कई विदेशी कंपनियों ने भारत में अपनी ब्रांच खोले हैं। वैश्वीकरण के बाद दुनिया भर के बाजार एक-दूसरे के लिए खुल गए हैं। आज पर एक देश दूसरे देश के साथ व्यापार करता है। ऐसे में देश के लोगों के बीच एक-दूसरे के साथ उचित संवादहीनता नहीं हो पाती है। जिसके कारण लोग विदेशी भाषाएं सीखते हैं, तो अनुवादक के तौर पर काम कर सकते हैं। आप भाषा के पाठ्यक्रम में एक नई भाषा सीख सकते हैं।�
भारत में कौन सी विदेशी भाषा की मांग है�
यदि आप विदेशी भाषा सीखना चाहते हैं, तो आप कुछ ऐसी विदेशी भाषाओं को चुन सकते हैं और अध्ययन कर सकते हैं जिनकी भारत में अधिक मांग है जैसे फ्रेंच, जर्मन, स्पेनिश, जापानी, मंदारिन चीनी, रूसी, पुर्तगाली, इतालवी, अरबी, कोरियाई और मंगोलियाई की मांग बढ़ रही है। वहीं हिंदी और अंग्रेजी दोनों भारत सरकार की आधिकारिक भाषाएं मानी जाती है।�
भारत में अधिकतर जर्मन और जापानी भी लोकप्रिय हैं। साथ ही जापान की अर्थव्यवस्था बहुत विकसित है और भारत और विदेशों में करियर के ढेरों अवसर प्रदान करती है। पिछले कुछ वर्षों में भारत में पुर्तगाली, इतालवी, कोरियाई और रूसी भाषाओं की मांग कई कारणों से बढ़ी है।
विश्वविद्यालय में भाषा के कोर्स�
भारत के कई विश्वविद्यालय में भी भाषा के कोर्स को शामिल किया गया है जैसे-�
-जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, (JNU) दिल्ली।
-अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU), अलीगढ।
-बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU), वाराणसी।
-जामिया मिलिया इस्लामिया (JMI) , नई दिल्ली।
-दिल्ली विश्वविद्यालय (DU), दिल्ली।�
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