Haryana Drone Pilot Training Centre: हरियाणा सरकार स्टूडेंट्स के उज्जवल भविष्य के लिए लगातार कदम उठा रही हैं, ताकि नई पीढ़ी को आगे बढ़ने के मौके मिल सकें। वहीं, प्रशिक्षित ड्रोन पायलट की लगातार बढ़ती डिमांड को देखते हुए मनोहर सरकार की ओर से फूसगढ़ स्थित सामुदायिक केंद्र भवन में पायलट ट्रेनिंग ऑर्गेनाइजेशन स्थापित किया गया है। हरियाणा के इस पहले ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में एक अप्रैल से काम शुरू कर दिया गया है। इस ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में करीब 500 युवाओं को ड्रोन उड़ाने और आत्मनिर्भर बनाने की ट्रेनिंग दी जाएगी।
नई पीढ़ी का पायलट बनने का लक्ष्य
आज के युग में खेतों से लेकर सुरक्षा व्यवस्था तक ड्रोन का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है। पिछले कुछ सालों से सरकार कृषि विभाग में भी ड्रोन के इस्तेमाल पर जोर दे रही है, जिसके कारण ड्रोन पायलट की डिमांड भी बढ़ती जा रही है। वहीं, इस क्षेत्र में युवाओं का क्रेज भी बढ़ रहा है। इसी के देखते हुए हरियाणा सरकार ने राज्य में ड्रोन पायलट ट्रेनिंग सेंटर बनाने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री रहेंगे चेयरमैन
आने वाले समय में ड्रोन पायलट की डिमांड के मद्देजर सरकार ने ड्रोन इमेजिंग एंड इनफार्मेशन सर्विस ऑफ हरियाणा लिमिटेड का गठन किया है। यह संस्थान फूसगढ़ की RPTO का संचालन भी करेगी। बता दें कि इस संस्था के चेयरमैन खुद सीएम मनोहर लाल है।
क्या है पात्रता
उम्मीदवारों को 10वीं पास होना जरुरी है।
आवेदनकर्ताओं की उम्र 18 वर्ष से 65 वर्ष तक होनी चाहिए।
उम्मीदवारों के पास आधार कार्ड और पासपोर्ट साइज फोटो होनी चाहिए।
उम्मीदवारों का RPTO रजिस्ट्रेशन करवाना जरूरी है।
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