बिहार में गर्मी ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। पटना में तो गुरुवार को गर्मी ने 12 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। इस गर्मी को देखते हुए अब पटना के शिक्षण संस्थानों में समय में बदलाव कर दिया गया है। फैसले के मुताबिक शनिवार से सुबह 11.45 बजे तक ही स्कूलों में पढ़ाई कराई जाएगी।
इसके साथ ही जिले में बढ़ती गर्मी को देखते हुए पटना डीएम डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने आदेश जारी किया है। डीएम ने आदेश में कहा कि बढ़ती गर्मी और लू के चलते बच्चों के स्वास्थ्य पर खतरा मंडरा रहा है। इसलिए यह निर्णय लिया गया है कि पटना के सभी स्कूल, प्री स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों में 11.45 बजे के बाद शैक्षणिक गतिविधियों पर रोक लगा दिया गया है।
इस दौरान डीएम ने कहा कि इसके बाद स्कूलों में पढ़ाई-लिखाई पर प्रतिबंधित किया जाएगा। दरअसल, जिले के सभी विद्यालयों में प्रबंधक को निर्देश दिया जाता है कि वे उपरोक्त आदेश के अनुसार ही शैक्षणिक गतिविधियों के अपने समय का पुनर्निधारण कर सकते हैं।
बता दें कि पटना में गर्मी ने 12 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इस दौरान पटना का अधिकतम तापमान गुरुवार को सामान्य से चार डिग्री ज्यादा 41.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो प्रदेश में सबसे ज्यादा तापमान है।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के मुताबिक, 13 अप्रैल 2011 को पटना का अधिकतम तापमान 34.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। सामान्य से करीब 4 डिग्री अधिक तापमान होने के कारण दोपहर में राजधानी पटना के सड़कों पर चलना बहुत मुश्किल हो गया था। इसके साथ ही इस साल पांच दिनों के भीतर ही पटना सहित अन्य जिलों में पारा चढ़ने का अनुमान लगाया गया है।
पटना में हीटवेव की चेतावनी
मौसम विज्ञान के मानें तो पटना में 15 अप्रैल से प्रदेश में हीट वेव की चेतावनी जारी कर दी है। येलो अलर्ट जारी करते हुए प्रदेश में गर्मी का कहर और तेजी से बढ़ने की बात कही है। वहीं, शनिवार को बांका, जमुई और आसपास इलाके में हीट वेव यानी लू की चेतावनी जारी कर दी गई है।
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