Success Story: बढ़ती बेरोजगारी (Unemployment) दर ने युवाओं के लिए नौकरी के कई रास्ते बंद कर दिए है। आज के दौर में नौकरी ढूंढना एक बेहद ही मुश्किल काम बनता जा रहा है। यहां तक कि पढ़े-लिखे ग्रेजुएट (Graduate Level Students) लेवल के युवाओं को भी नौकरी) Job)पाने के लिए दर-दर की ठोकरे खानी पड़ती है। ऐसी ही कहानी है लंदन (London) के रहने वाले मोहम्मद अरहम शहजाद (Mohammad Arham Shahzad) की, जो कि एक पाकिस्तानी नागरिक (Pakistani Citizen) है। वो पिछले एक साल से लंदन में नौकरी ढूंढ़ रहे है। शहजाद ने Masters in business management से पढ़ाई पूरी करने के बाद 95 कंपनियों में जॉब के लिए अप्लाई (Applied For JOB) किया, लेकिन हर बार निराशा ही हाथ लगी।
नहीं मानी हार, और आजमाया हैरतअंगेज पैटरा
इतनी नाकामयाबी झेलके के बाद भी शहजाद ने हार नहीं मानी और एक ऐसा पैटरा आजमाया जिसके बाद उन्हें छक मार कर नौकरियां मिलनी शुरू हो गई। दरअसल MBA ग्रेजुएट शहजाद एक दिन अचानक अपना रिज्यूमे (Resume) लेकर लंदन की सड़कों (London Street) पर खड़े हो गए, जिसके बाद पांच दिन के अंदर ही उनके पास जॉब ऑफर (Job Offer) आने शुरू हो गए। अब तो ये लड़का नवंबर से अपनी नई नौकरी शुरू करने वाला है। सोशल मीडिया पर यह खबर चर्चा की विषय बनी हुई है।
सुनिए शहजाद की कहानी उनके ही जुबानी
मोहम्मद अरहम शहजाद ने बताया कि इतनी बार रिजेक्शन (Rejection) झेलने के बाद उन्होंने खुद को कंफर्ट जोन (Comfort Zone) से बाहर निकालने का फैसला लिया और 11 जुलाई की सुबह जल्दी उठकर एक बोर्ड बनाया और उस पर अपना लिंक्डइन क्यूआर कोड (Linked IN QR Code) चिपकाया। फिर वह लंदन की फाइनेंशियल डिस्ट्रिक्ट कनारी व्हार्प (Canary Wharf) की ओर अपना सूटकेस और बोर्ड उठा कर निकल पड़े।
शहजाद ने आगे बताया कि वे चुप-चाप मुस्कुराते चहरे के साथ हाथों में जॉब बोर्ड लेकर खड़े रहे। इस दौरान उन्होंने किसी को भी परेशान नहीं किया। लेकिन जब वे शाम में वहां से निकल रहे थे तो करीब 200 लोगों ने उन्हें जॉब के लिए अप्रोच किया जो कि काफी आश्चर्यजनक था। इसके साथ ही उसने यह भी बताया कि जब वे जॉब बोर्ड लेकर खड़े तो उस दौरान कई सारे लोग उसके सामने आए और उनके लिंक्डइन क्यूआर कोर्ड को स्कैन किया, यहां तक की कुछ लोगों ने उसका फोटो भी लिया।
यहां तक की JPMorgan कंपनी की डायरेक्टर भी उसके पास आई और अपनी बिजनेस कार्ड (Business Card) दिया। डायरेक्टर की ओर से शहजाद को कॉल भी आया जिसमें उन्होंने बताया कि उसके रिज्यूमे को आसपास के सभी कंपनियों में भेज दिया गया है। इतना ही नहीं जब शहजाद अपना रिज्यूमे लेकर खड़े तो तब एक टीचर और बच्चों का गुठ भी उनके समक्झ आया और उनके साथ फोटो खिचवाई।
इस दौरान शहजाद को केवल एक ही बार नेगेटिव कमेंट सुनने को मिला, जब एक शख्स ने उसके पास आकर यह कहा कि यह गलत है, ऐसा करने से कुछ नहीं होगा। गौरतलब है कि शहजाद की पांच दिन की कड़ी मेहनत रंग आई, और उन्होंने अपने मन मुताबिक काम मिल ही गया। अब शहजाद नवंबर महीने से अपनी नई जॉब शुरू करने वाले है।
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