Gochar 2022: ज्योतिष शास्त्र में देवगुरु बृहस्पति को सबसे शुभ ग्रह माना गया है। बृहस्पतिदेव धनु और मीन राशि राशि के स्वामी ग्रह हैं। बृहस्पति कर्क राशि में उच्च के होते हैं तो वहीं मकर राशि में नीच के होते हैं। वहीं देवगुरू बृहस्पतिदेव किसी भी राशि में 13 महीने रहते हैं। 29 जुलाई 2022 को बृहस्पति वक्री होंगे और अगले चार महीने तक वे वक्री अवस्था में ही रहेंगे। गुरु के वक्री होने से मीन राशि में सर्वश्रेष्ठ और दुर्लभ योग गुरू-पुष्य योग का निर्माण होगा और कई राशियों पर इस गुरु-पुष्य योग का असर पड़ेगा। इनके प्रभाव से कर्क, मकर और मीन राशि वालों की बंद किस्मत भी खुल जाएगी और इन लोगों को धन लाभ होगा। नौकरी में तरक्की होगी।
कर्क राशि
गुरू-पुष्य योग कर्क राशि के जातकों को नौकरी में तरक्की दिलाएगा। इससे इनकी आर्थिक स्थिति अच्छी होगी। धन संबंधी सारी समस्याएं धीरे-धीरे करके दूर हो जाएंगी। बिजनेस में इन्हें अधिक मुनाफा होगा। निवेश के लिए समय अच्छा अच्छा है। जो लोग इस दौरान नए काम शुरू करेंगे, उन्हें काम में सफलता जरुर मिलेगी। भविष्य के लिए बेहतर योग बनेंगे।
मकर राशि
गुरू का वक्री होना इस राशि के जातकों के लिए अच्छे दिन लेकर आएगा। ये समय मकर राशि के जातकों के लिए अनुकूल रहेगा। नौकरी करने वाले लोगों के लिए उनके उच्च अधिकारियों से पूरा सहयोग मिलेगा। आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। अपने सभी कार्यों को पूरी लगन के साथ संपादित करें तो आय के नए स्तोत्र बनेंगे। समाज में प्रसंसा होगी।
मीन राशि
गुरू -पुष्य योग के निर्माण से मीन राशि वालों के लिए समय बहुत ही अनुकूल रहेगा। इनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होने के प्रबल योग हैं। आपकी कोई पुरानी इच्छा पूरी होगी। अटका हुआ धन वापस मिलेगा। वेतन वृद्धि के प्रबल योग हैं। किसी बड़े काम में सफलता मिलेगी।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)
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